अंधे कत्ल का पुलिस ने 24 घंटे में किया खुलासा : पड़ोस में रहने वाला काका और चचेरा भाई ही निकला हत्यारा, दोनो गिरफ्तार
रतलाम। जिले के बड़ावदा थाना क्षेत्र अंतर्गत घर में मिली युवक की लाश के मामले का पुलिस ने 24 घंटे में खुलासा कर दिया है। युवक की प्लास्टिक के नरम पाइप से गला घोंटकर हत्या की गई थी। इस मामले में पुलिस ने मृतक के घर के पड़ोस में रहने वाले उसके काका और चचेरे भाई को गिरफ्तार किया है।
एसपी अमित कुमार ने आज पुलिस कंट्रोल रूम पर प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूरे मामले का खुलासा किया। इस दौरान एएसपी राकेश खाखा भी मौजूद रहे।
यह था मामला
15 अक्टूबर मंगलवार को पुलिस को सूचना मिली थी कि बड़ावदा में अपने ही घर में एक युवक की लाश पड़ी हुई है। मृतक का नाम सुनील पिता मदन चौहान 36 वर्ष है। मृतक के भाई ने पुलिस को सूचना दी थी कि वह मां और बच्चों के साथ इंदौर गया था। मंगलवार दोपहर में जब वह लौटा तो घर पर उसका भाई मृत अवस्था में था।
एसपी अमित कुमार भी मौके पर पहुंचे थे
सूचना मिलने पर बड़ावदा पुलिस ने घटना स्थल का निरीक्षण किया था। मृतक के गले में गला घोटने जैसे निशान पाए गए थे, वहीं कमरे का दरवाजा सिर्फ अटका हुआ था। संदिग्ध मामला देखते हुए एसपी अमित कुमार भी रात में बड़ावदा पहुंचे थे और घटना स्थल का निरीक्षण किया था। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि 13-14 अक्टूबर की रात को अज्ञात व्यक्ति द्वारा सुनील चौहान की गला घोटकर हत्या की गई है। शॉर्ट पीएम रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने हत्या का प्रकरण पंजीबद्ध किया।
24 घंटे में किया खुलासा
अंधे कत्ल के इस मामले में एसपी अमित कुमार ने घटना स्थल का निरीक्षण करने के बाद बड़ावदा पुलिस को मृतक के संबंध में जानकारी निकालकर अलग-अलग एंगल पर जांच के निर्देश दिए। पुलिस जांच में सामने आया कि मृतक शराब पीने का आदी था। आए दिन पड़ोसियों से उसका झगड़ा होता था। कुछ दिन पहले बिजली का खंबा घर के सामने लगाने की बात पर मृतक का उसके पड़ोस में रहने वाले काका रमेश पिता देवी सिंह चौहान 46 वर्ष और उनके बेटे रवि पिता रमेश 25 वर्ष से भी विवाद हुआ था। पुलिस ने काका और चचेरे भाई को हिरासत में लेकर जब उनसे पूछताछ की तो उन्होंने हत्या की बात स्वीकार कर ली। पुलिस के अनुसार मृतक द्वारा आए दिन परेशान करने की वजह से आरोपियों ने 13 अक्टूबर की रात 1 बजे प्लास्टिक के पाइप से सुनील चौहान की गला घोटकर हत्या कर दी।
इनकी रही सराहनीय भूमिका
अंधे कत्ल को सुलझाने में बडावदा थाना प्रभारी टी.एस.डाबर, एसआई जे.सी.कुमावत, राजेश मालवीय, एएसआई एम एल दसोरिया, प्रधान आरक्षक अलेक्जेंडर राय, राजेश पानौला, आरक्षक गोपाल सिंह और बालू सिंह की सराहनीय भूमिका रही।