बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के विरोध में सड़क पर जन सैलाब उतरा
रतलाम। बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के विरोध में रतलाम में मंगलवार को सड़क पर जन सैलाब उतरा। हजारों की संख्या में शहर समेत जिले के सर्व हिंदू समाज ने बांग्लादेश के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद की। हाथों में तिरंगा व भगवा ध्वज व नारे लिखी तख्तियां थाम युवा, महिलाएं एवं बच्चे भारत माता की जयकार लगाते हुए बड़ी संख्या में शामिल हुए। सर्व हिंदू समाज कालिका माता मंदिर पर एकत्र हुआ, यहां विशाल मंच पर संतो को स्थान दिया।
विशेष रूप से दंडी स्वामी आत्मानंद जी सरस्वती (श्रंगेरीमठ), अखंडज्ञान आश्रम के स्वामी देवस्वरुपनंद जी, स्वामी 1008 आनंद गिरी जी, ऋषि आचार्य दिनेश जी व्यास, दत्त अखाड़ा के स्वामी नील भारती महाराज, शक्तिपीठ सुजालपुर के स्वामी शिवानंद जी महाराज, स्वामी योगेशनाथ जी, अखंड ज्ञान आश्रम के सुजानानंद जी महाराज, पितंबरा शक्ति पीठ की राजराजेश्वरी माता, महंत बाल गिरी जी महाराज, वैदिक जाग्रति पीठ के महर्षि संजय शिवशंकर दवे, स्वामी नारायण गिरी जी महाराज, इस्कॉन मंदिर के प्रभु जी महाराज राजमणिदास जी, बड़ा रामद्वारा के सालिग्राम जी महाराज, संत नमन जी महाराज, ज्ञानी हंसराज जी, गुरु दत्त नारायण जी महाराज, श्री पंचायती अखाड़ा के महामंडलेश्वर मधुसुधनानंद जी महाराज, राष्ट्रीय सेविका भारती की कार्यकर्ता सोनाली जैन, कैलाश नीनामा मंच पर मौजूद रहे।
राष्ट्रपति के नाम कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
दंडी स्वामी आत्मानंद जी सरस्वती (श्रंगेरीमठ) ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदू व हिंदू संस्कृति के खिलाफ बहन बेटियों पर आघात हो रहा है। हम लोग सरकार के नाम ज्ञापन देकर उस बांग्लादेश को सावधान करना चाहते हैं। चाहते हैं कि यह कार्रवाई रोकी जाए, नहीं तो साधु समाज शांत नहीं बैठेगा, संघर्ष करेगा। साधु समाज रोटी खाने के लिए नहीं है, जब जब धर्म पर चोट आई तब-तब साधु समाज ने अपनी जान की बाजी लगाई है। अगर सरकार रोक नहीं लगाएगी तो साधु समाज आंदोलन करेगा।
अखंड ज्ञान आश्रम के स्वामी देवस्वरुपा नंद जी ने कहा कि हम प्रधानमंत्री से यह मांग करते हैं कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर यह मुद्दा उठाएं। जो अमानवीय व्यवहार हमारे सनातनियों पर किया जा रहा है, वह सहन नहीं किया जाएगा।
सभी संतो की तरफ से ऋषि आचार्य दिनेश जी व्यास घटवास वालों ने संबोधित किया। इसके बाद जन आक्रोश रैली शुरू हुई। सबसे आगे संत चल रहे थे। जन आक्रोश रैली का हुजूम देखते ही बनता था। रैली कालिका माता मंदिर से प्रारंभ होकर कान्वेंट स्कूल तिराहा, मित्र निवास रोड, फव्वारा चौक, महू-नीमच रोड होते कलेक्ट्रेट पहुंची। यहां पर कलेक्टर राजेश बाथम को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा।
रैली को लेकर सुबह था उत्साह
रैली को लेकर शहर में सुबह से उत्साह था। सराफा बाजार ने पूरी तर व्यापार-व्यवसाय बंद रखा। युवाओं की टोलियां शहर में घूम रैली में शामिल होने के लिए जय श्री राम के उद्घोष के साथ आमंत्रण दे रही थी। एक बजे से लोगों का कालिका माता मंदिर आना शुरू हुआ। यहां से शाम 4 बजे रैली प्रारंभ हुई। रैली में शहर के सभी सामाजिक संगठन, व्यापारी वर्ग, बार एसोसिएशन, हिंदू संगठन, किन्नर समेत सर्व हिंदू समाज हजारों की संख्या में शामिल हुआ।
जनप्रतिनिधि भी हुए शामिल
कालिका माता मंदिर परिसर पर कैबिनेट मंत्री चेतन्य काश्यप, पूर्व मंत्री हिम्मत कोठारी, रतलाम ग्रामीण विधायक मथुरालाल डामर, आलोट विधायक चिंतामण मालवीय, पूर्व विधायक दिलीप मकवाना, रतलाम भाजपा जिलाध्यक्ष प्रदीप उपाध्याय समेत आदि शामिल हुए। भीड़ को देखते हुए कालिका माता मंदिर झाली तालाब के पास एलईडी भी लगाई गई। सर्व समाज द्वारा रैली में शामिल लोगों के लिए पानी की भी व्यवस्था की गई थी।