जिला अस्पताल में ड्यूटी डॉक्टर और सैलाना विधायक कमलेश्वर डोडियार के बीच जमकर कहासुनी
रतलाम। गुरुवार रात जिला अस्पताल में ड्यूटी डॉक्टर और सैलाना विधायक कमलेश्वर डोडियार के बीच जमकर कहासुनी हो गई। दोनों ने एक-दूसरे पर गाली देने के आरोप लगाए। पूरे घटनाक्रम का 2 मिनट 53 सेकंड का वीडियो भी सामने आया है।
दरअसल, गुरुवार रात सैलाना विधायक अपने पीएसओ और दो अन्य लोगों के साथ जिला अस्पताल में किसी मरीज को देखने गए थे। ड्यूटी पर डॉ. सीपीएस राठौर थे। रूम नंबर 8 में जाकर विधायक ने ड्यूटी डॉक्टर के बारे में पूछा। इसी बात को लेकर दोनों के बीच कहासुनी हो गई।
बात इतनी बढ़ी कि गालीगलौज तक जा पहुंची। शोर सुनकर हॉस्पिटल के प्राइवेट गार्ड और जिला अस्पताल पुलिस चौकी के जवान भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने दोनों को शांत कराया। बताया गया है कि विधायक डोडियार ने डॉ. राठौर के खिलाफ स्टेशन रोड थाने में शिकायत की है।
वहीं, डॉ. सीपीएस राठौर ने जिला अस्पताल की पुलिस चौकी में आवेदन दिया है। इसमें विधायक समेत उनके साथ आए लोगों को नशे में बताया है। डॉ. राठौर ने कहा है कि मेरे साथ कुछ घटना होती है तो विधायक जिम्मेदार होंगे।
डॉक्टर ने पर्ची मांगी, विधायक ने परिचय पूछ लिया
घटना का जो वीडियो वायरल हुआ है, उसमें विधायक डोडियार डॉक्टर को बोल रहे हैं- बुला किसको चौकी से बुलाएगा। डॉक्टर ने कहा- गार्ड साहब चौकी से बुलाओ। इसी बीच विधायक के पीएसओ ने कहा- आपने गाली क्यों दी?
इस पर डॉ. राठौर ने कहा- इलाज कराने आए हो या दादागिरी करने। तुम चारों में से बीमार कौन है?
विधायक ने कहा- मैं बीमार हूं। डॉक्टर ने पर्ची मांगी। तब विधायक ने कहा- पहले अपना परिचय बताओ। इस पर बहस होने लगी। विधायक के पीएसओ ने कहा- गाली क्यों दी? पता है कौन हैं ये…विधायक हैं। तब डॉक्टर कहते हैं- मैं बताऊं, मैं कौन हूं? ऑन ड्यूटी डॉक्टर के साथ बदतमीजी कर रहे हो।
आदिवासी संगठनों ने की डॉक्टर की गिरफ्तारी की मांग
कमलेश डोडियार रतलाम की सैलाना विधानसभा सीट से भारत आदिवासी पार्टी (क्च्रक्क) के टिकट पर चुनाव जीते हैं। ??वीडियो वायरल होने के बाद आदिवासी संगठन भी डॉ. सीपीएस राठौर के विरोध में आ गए हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर मैसेज जारी कर कहा है कि जिला अस्पताल में आकस्मिक निरीक्षण के दौरान ड्यूटी डॉक्टर ने विधायक डोडियार को गालियां दीं। जिसकी पूरा आदिवासी समाज घोर निंदा करता है।
आदिवासी समाज के जनप्रतिनिधि और विधानसभा सदस्य की गरिमा को ध्यान नहीं रखते हुए शर्मनाक अभद्रता की गई है। मरीजों और परिजन के साथ कैसा व्यवहार करता होगा यह डॉक्टर। विधायक को दी गई गाली पूरे आदिवासी समाज का अपमान है। डॉक्टर को अनुसूचित जाति जनजाति अत्याचार अधिनियम के अंतर्गत मामला दर्ज कर तत्काल गिरफ्तार किया जाए, नहीं तो जन आंदोलन किया जाएगा।