श्री गुरु तेग बहादुर जी का 350वां शहीदी दिवस : रतलाम पहुंची यात्रा का स्वागत, हरियाणा से निकली थी, कर्नाटक तक पहुंचेगी
रतलाम। श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी के 350वें शहीदी दिवस के उपलक्ष्य में हरियाणा से श्री अकाल सहाय सेवा सोसाइटी ने कर्नाटक तक यात्रा निकाली। 17 दिवसीय यात्रा का शुक्रवार को 200 श्रद्धालुओं के जत्थे के साथ रतलाम में प्रवेश हुआ। यह यात्रा गुरुद्वारा श्री खडग़ खंडा साहिब, खड़ींडवा (जिला कुरुक्षेत्र ) से शुरू हुई है जो कि तख्त सचखंड श्री हजूर अबचल नगर साहिब, नांदेड़ (महाराष्ट्र) से होते हुए गुरुद्वारा श्री गुरु नानक झीरा साहिब, बीदर (कर्नाटक) तक पहुंचेगी।
यात्रा शुक्रवार को उज्जैन मार्ग से होते हुए रतलाम पहुंची। यहां सिख संगत ने श्रद्धा और उत्साह के साथ स्वागत किया। न्यू रोड गुरुद्वारा साहिब में संगत ने गुरबाणी कीर्तन का सभी श्रद्धालु जन ने आनंद लिया और गुरुजी का लंगर ग्रहण किया। यात्रा में श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के पावन स्वरूप को फूलों से सजी पालकी में सुशोभित किया गया। खालसा पंथ के पंच प्यारे इस यात्रा का नेतृत्व कर रहे हैं।
यात्रा में लगभग 200 से अधिक श्रद्धालुओं का जत्था परमात्मा का नाम जपते हुए चल रहा है। भारत के विभिन्न नगरों और गुरुद्वारों में यात्रा के दौरान नगर कीर्तन आयोजित किए जा रहे हैं। वाहनों पर निशान साहिब और बैनर के माध्यम से यात्रा के संदेश को प्रचारित किया जा रहा है।
बलिदान, सेवा और साहस को जन-जन तक पहुंचाने का उद्देश्य
यह यात्रा सिख धर्म के बलिदान, सेवा और साहस की महान परंपरा को जन-जन तक पहुंचाने का माध्यम बनी है। संगत ने सेवा और समर्पण का परिचय देते हुए गुरु साहिब के आदर्शों को आत्मसात करने का संकल्प लिया।
इस अवसर पर आयोजन समिति ने घोषणा की कि श्री गुरु तेग बहादुर जी का 350वां शहीदी दिवस 2025 में बड़े स्तर पर मनाया जाएगा। आयोजन में गुरु गोविंद सिंह जी के 350वें गुरुपद दिवस के साथ-साथ भाई दयाला जी, भाई सती दास और भाई मति दास के शहीदी दिवस को भी विशेष रूप से चिह्नित किया जाएगा।